उत्तराखण्ड विधान सभा के 5 दिसम्बर, 2012 से 14 दिसम्बर, 2012 तक चले अधिवेशन के दौरान निष्पादित हुए कार्य का सारांश
उत्तराखण्ड की तृतीय विधान सभा का वर्ष 2012 का तृतीय सत्र 5 दिसम्बर, 2012 को प्रारम्भ हुआ तथा 14 दिसम्बर, 2012 को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया। सत्र में सदन द्वारा वित्तीय वर्ष 2012-13 की अनुपूरक अनुदान की मांगें एवं कुछ अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों पर विचार एवं पारण आदि मुख्य कार्य निष्पादित किये गये। सत्र में कुल मिलाकर 7 उपवेशन हुए तथा सत्र के दौरान मा0 सदस्यों की औसत उपस्थिति 92.35ः रही।
सत्र काल मंे सदन द्वारा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्री इन्द्र कुमार गुजराल, स्व0 श्री नित्यानन्द स्वामी, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड, स्व0 श्री साधू राम, पूर्व सदस्य, उत्तराखण्ड विधान सभा, स्व0 श्री लीलाराम शर्मा, पूर्व सदस्य, उत्तर प्रदेश विधान सभा, स्व0 श्री किशोरी लाल सकलानी, पूर्व सदस्य, उत्तर प्रदेश विधान सभा, को श्रृद्धांजली अर्पित की गयी। मा0 अध्यक्ष, मा0 संसदीय कार्य मंत्री, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी एवं उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के संसदीय दलों के नेताओं तथा अन्य सदस्यों ने दिवंगत आत्माओं के प्रति शोक संवेदनाएं प्रकट की।
दिनांक 5 दिसम्बर, 2012 को विधान सभा के उपाध्यक्ष पद हेतु चुनाव हुआ। माननीय अध्यक्ष ने सूचित किया कि चूंकि उपाध्यक्ष पद के लिए एक ही माननीय सदस्य के चार नाम निर्देशन पत्र डा0 अनुसुया प्रसाद मैखुरी के नाम से प्राप्त हुए हैं और किसी दूसरे सदस्य का नामंकन नहीं हुआ। अतः वे सर्वसम्मति से डा0 अनुसूया प्रसाद मैखुरी को उपाध्यक्ष निर्वाचन होने की घोषणा करते हैं। नेता सदन, नेता प्रतिपक्ष, बसपा तथा उक्रांद (पी0) ने नर्वाचित उपाध्यक्ष डा0 अनुसुया प्रसाद मैखुरी को उनका आसन ग्रहण कराया।
माननीय वित्त मंत्री ने 5 दिसम्बर, 2012 को वित्तीय वर्ष 2012-2013 की अनुपूरक अनुदान की मांगें प्रस्तुत की जिन पर दिनांक 10 दिसम्बर, 2012 को विचार एवं पारण हुआ। 10 दिसम्बर, 2012 को उत्तराखण्ड विनियोग (2012-13 का प्रथम अनुपूरक) विधेयक, 2012 पुरःस्थापित हुआ और उस पर विचार एवं पारण हुआ।
सत्र में 31 सदस्यों से प्रश्नों की कुल 760 सूचनाएं प्राप्त हुईं जिसमें तारांकित एवं अतारांकित प्रश्न सम्मलित थे। इनमे से 135 को तारांकित, 533 को अतारांकित तथा 09 को अल्पसूचित प्रश्न के रूप में स्वीकार किया गया। सत्र के दौरान कुल 427 प्रश्न पूछे गये तथा उत्तर दिये गये जिनमें से 70 तारांकित, 353 अतारांकित तथा 04 अल्पसूचित प्रश्न थे।
उत्तराखण्ड विधान सभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली के नियम 300 के अर्न्तगत ध्यानाकर्षण की 88 सूचनाएं प्राप्त हुई, जिसमें से 49 स्वीकृत हुई, कार्य स्थगन की 76 सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमें से 11 को ग्राह्यता पर सुना गया। सुनने के पश्चात सभी अस्वीकृत हुई तथा 04 को ध्यानाकर्षण के लिए स्वीकार किया गया। नियम 53 के अर्न्तगत 73 सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमंे से 05 वक्तव्य के लिए स्वीकृत हुई, 05 केवल वक्तव्य के लिए स्वीकृत हुई नियम 310 के अन्तर्गत कुल सूचनाएं 09 प्राप्त हुईं। जिसमें से 1 सूचना नियम 58 के अन्तर्गत ग्राहयता पर सुनी गई और सुनने के पश्चात अस्वीकार हुई।
5 दिसम्बर, 2012 को प्रमुख सचिव, विधान सभा ने घोषणा की कि निम्नलिखित विधेयक, जिन्हें विधान सभा द्वारा पारित किया गया था पर महामहिम राज्यपाल की अनुमति प्राप्त हो गयी तथा वे उत्तराखण्ड के वर्ष 2012 के अधिनियम बन गए:-
क्र0सं0 नाम दिनांक वर्ष 2012 का
अधिनियम सं0
सदन द्वारा पारण महामहिम राज्यपाल की अनुमति प्राप्ति
1 उत्तराखण्ड लेखा परीक्षा विधेयक, 2012 30.05.2012 07.06.2012 2
2 उत्तराखण्ड आबकारी (संशोधन) विधेयक, 2012 30.05.2012 07.06.2012 3
3 उत्तराखण्ड सहकारी समिति (संशोधन) विधेयक, 2012 30.05.2012 07.06.2012 4
4 उत्तराखण्ड वन विकास निगम (प्रथम संशोधन) विधेयक, 2012 30.05.2012 07.06.2012 5
5 उत्तराखण्ड लोक सेवकों के लिए वार्षिक स्थानान्तरण (निरसन) विधेयक, 2012 04.06.2012 07.06.2012 6
6 उत्तराखण्ड लोक सेवा (शारीरिक रूप से विकलांग, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के आश्रित और भूतपूर्व सैनिकों के आरक्षण) (संशोधन) विधेयक, 2012 04.06.2012 07.06.2012 7
7 उत्तराखण्ड विनियोग विधेयक, 2012 08.06.2012 11.06.2012 8
8 उत्तराखण्ड मूल्य वर्धित कर (संशोधन) विधेयक, 2012 08.06.2012 11.06.2012 9
9 उत्तराखण्ड जमींदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था (संशोधन) विधेयक, 2012 08.06.2012 11.06.2012 10
8 उत्तराखण्ड विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2012 07.06.2012 11.06.2012 11
सत्रावधि में निम्न पत्र सदन के पटल पर रखे गये -
1ण् उत्तराखण्ड विविध राजस्व विधि (संशोधन) अध्यादेश, 2012
2ण् हिमालय विश्वविद्यालय अध्यादेश, 2012
3ण् आई0एम0एस0 यूनिसन विश्वविद्यालय अध्यादेश, 2012
4ण् उत्तरांचल विश्वविद्यालय अध्यादेश, 2012
5ण् डी0आई0टी0 विश्वविद्यालय अध्यादेश, 2012
6ण् उत्तराखण्ड बाढ़ मैदान परिक्षेत्रण अध्यादेश, 2012
7ण् उत्तराखण्ड परिवहन और नागरिक अवस्थापना उपकर अध्यादेश, 2012
8ण् पं0 दीनदयाल उपाध्याय उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश, 2012
9ण् उत्तराखण्ड मोटरयान कराधान सुधार (संशोधन) अध्यादेश, 2012
10ण् उत्तराखण्ड विधान सभा के वर्ष, 2012 के द्वितीय सत्र में, उत्तराखण्ड विधान सभा की प्रक्रिया एवं कार्य-संचालन नियमावली, 2005 के नियम-300 के अन्तर्गत प्राप्त सूचनाओं पर कृत कार्यवाही का विवरण
11ण् ‘‘भारत का संविधान‘‘ के अनुच्छेद-151 के खण्ड (2) के अधीन भारत के नियन्त्रक-महालेखापरीक्षक द्वारा प्रस्तुत उत्तराखण्ड सरकार के 31 मार्च, 2011 को समाप्त हुए वर्ष के ‘राज्य सरकार के वित्त‘ पर प्रतिवेदन (प्रतिवेदन संख्या 1-वर्ष 2012 तथा उक्त अवधि के उत्तराखण्ड सरकार से संबंधित लेखा परीक्षा प्रतिवेदन (प्रतिवेदन संख्या 2-वर्ष 2012
12ण् ‘‘भारत का संविधान‘‘ के अनुच्छेद-151 के खण्ड (2) के अधीन भारत के नियन्त्रक-महालेखापरीक्षक द्वारा प्रस्तुत उत्तराखण्ड सरकार के वर्ष 2011-12 के विनियोग लेखे एवं वित्त लेखे (भाग 1 एवं भाग 2)
सत्र के दौरान सभा द्वारा निम्नलिखित विधेयकों का पुरःस्थापन, विचार एवं पारण किया गया -
1. वेतन भुगतान (उत्तराखण्ड संशोधन) विधेयक, 2012
2. उत्तराखण्ड सहकारी समिति (संशोधन) विधेयक, 2012
3. उत्तराखण्ड विनियोग (2012-13 का प्रथम अनुपूरक) विधेयक, 2012
4. हिमालय विश्वविद्यालय विधेयक, 2012
5. आई0एम0एस0 यूनिसन विश्वविद्यालय विधेयक, 2012
6. उत्तरांचल विश्वविद्यालय विधेयक, 2012
7. डी0आई0टी0 विश्वविद्यालय विधेयक, 2012
8. पं0 दीनदयाल उपाध्याय उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय (संशोधन) विध्येयक, 2012
9. ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2012
10. उत्तराखण्ड मोटरयान कराधान सुधार (संशोधन) विधेयक, 2012
11. उत्तराखण्ड परिवहन और नागरिक अवस्थापना उपकर विधेयक, 2012
12. उत्तराखण्ड राज्य एकल खिड़की सुगमता और अनुज्ञापन विधेयक, 2012
13. उत्तराखण्ड विद्युत उत्पादन पर जल उपयोग कर विधेयक, 2012
14. उत्तराखण्ड बाढ़ मैदान परिक्षेत्रण विधेयक, 2012
15. उत्तराखण्ड विविध राजस्व विधि (संशोधन) विधेयक, 2012
16. उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन मण्डी (विकास एवं विनियमन) (संशोधन) विधेयक, 2012
दिनांक 14 दिसम्बर, 2012 को सदन द्वारा उत्तराखण्ड जमींदारी विनाश एवं
भूमि व्यवस्था (संशोधन) विधेयक, 2012 विधान सभा की एक प्रवर समिति के सुर्पुद
कर दिया गया जो अपना प्रतिवेदन एक माह या आगामी विधान सभा सत्र के अन्दर
प्रस्तुत करेगी।
संसदीय कार्य मंत्री द्वारा प्रस्तुत निम्नलिखित प्र्रस्ताव पारित हुए।
1 ‘‘उत्तर प्रदेश कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अधिनियम, 1958 (उत्तराखण्ड में यथा प्रवृत) की धारा 10 (1) (जी) के अन्तर्गत निर्धारित व्यवस्था के अनुसार दो माननीय विधान सभा सदस्यों को ‘गोविन्द बल्लभ पंत कृषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पन्तनगर की प्रबन्ध परिषद्‘ के पदेन सदस्य के रूप में नामित करने हेतु माननीय अध्यक्ष, विधान सभा को प्राधिकृत किया जाय तथा इस प्रकार नामित सदस्य विधान सभा द्वारा विधिवत निर्वाचित समझे जायेंगे।
2 ‘‘विकलांग जन (समान अवसर, अधिकारों का संरक्षण एवं पूर्ण भागीदारी) अधिनियम 1995 की धारा-13 की उप धारा (1) एवं (2) के खण्ड (जी) के अन्तर्गत ‘राज्य समन्वय समिति‘ में विधान सभा के दो माननीय सदस्यों को नामित करने हेतु माननीय अध्यक्ष, विधान सभा को प्राधिकृत किया जाय तथा इस प्रकार नामित सदस्य विधान सभा द्वारा विधिवत निर्वाचित समझे जायेंगे‘‘।
महत्वपूर्ण कार्य के निष्पादन के पश्चात् दिनांक 14 दिसम्बर, 2012 के उपवेशन की समाप्ति पर मा0 अध्यक्ष द्वारा सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया। 15 जनवरी, 2013 को महामहिम राज्यपाल द्वारा सत्रावसान की घोषणा कर दी गई।